उत्तर प्रदेश सरकार बेटियों के उज्ज्वल भविष्य और शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए लगातार योजनाएं चला रही है। ऐसी ही एक प्रमुख योजना है कन्या सुमंगला योजना, जिसका उद्देश्य बेटियों की शिक्षा और विकास को आर्थिक मदद देना है। इस योजना के तहत, योगी सरकार अब ₹25,000 की आर्थिक सहायता प्रदान करेगी, जिसमें जन्म से लेकर बेटी की शिक्षा और शादी तक का खर्च कवर किया जाएगा।
कन्या सुमंगला योजना: बढ़ी हुई धनराशि
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कन्या सुमंगला योजना के तहत मिलने वाली राशि को बढ़ाने की घोषणा की है। पहले जहां इस योजना के तहत ₹15,000 की सहायता राशि मिलती थी, वहीं अब इसे ₹25,000 कर दिया गया है। 2024-25 के बजट में इस राशि में ₹10,000 की वृद्धि की जाएगी, जिससे बेटियों को और अधिक आर्थिक सहायता मिलेगी।
योजना का उद्देश्य: बेटियों को आत्मनिर्भर बनाना
कन्या सुमंगला योजना का मुख्य उद्देश्य बेटियों को आत्मनिर्भर बनाना और उनकी शिक्षा में मदद करना है। सरकार की इस पहल से बेटियों को उनके जन्म से लेकर स्नातक तक की पढ़ाई के लिए आर्थिक सहायता मिलती है। इसके तहत परिवार की दो बेटियों को लाभ मिलता है।
किस प्रकार मिलेगा लाभ:
- बेटी के जन्म पर माता-पिता के खाते में ₹5,000 जमा किए जाएंगे।
- जब बेटी एक साल की हो जाएगी, तब ₹2,000 की राशि मिलेगी।
- पहली कक्षा में प्रवेश करने पर ₹3,000 और छठी कक्षा में जाने पर भी ₹3,000 की सहायता दी जाएगी।
- नौवीं कक्षा में प्रवेश करने पर ₹5,000 और स्नातक या डिप्लोमा करने पर ₹5,000 की आर्थिक मदद मिलेगी।
- यदि बेटी कोई सर्टिफिकेट कोर्स करती है तो उसे ₹7,000 की राशि भी दी जाएगी।
योजना के लिए आवेदन कैसे करें:
- सबसे पहले योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
- Citizen Service Portal पर क्लिक करें और मांगी गई जानकारी भरें जैसे नाम, पता, मोबाइल नंबर, आधार कार्ड आदि।
- जानकारी भरने के बाद Submit बटन दबाएं और आपके मोबाइल पर एक OTP आएगा।
- OTP दर्ज करने के बाद आपका ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन पूरा हो जाएगा।
- फिर, लॉगिन करके अपने दस्तावेज अपलोड करें और फॉर्म सबमिट करें।
निष्कर्ष
योगी सरकार की इस योजना से बेटियों को शिक्षा और विकास में आर्थिक सहायता मिलेगी, जिससे उनका भविष्य उज्जवल बनेगा। इस योजना का उद्देश्य केवल आर्थिक मदद ही नहीं, बल्कि बेटियों को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाना भी है। कन्या सुमंगला योजना के तहत, राज्य की बेटियों को स्नातक तक की शिक्षा प्राप्त करने में किसी भी आर्थिक समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा।