सोशल मीडिया पर दोस्ती बन गई मुसीबत, युवती ने किया युवक का अपहरण और 6 लाख की लूट

सोशल मीडिया पर दोस्ती बन गई मुसीबत, युवती ने किया युवक का अपहरण और 6 लाख की लूट

आज के डिजिटल युग में सोशल मीडिया पर दोस्ती और रिश्ते बनने की घटनाएं आम हो गई हैं। लोग एक-दूसरे से ऑनलाइन बातचीत करते हैं, जो कभी-कभी प्यार और शादी तक भी पहुंच जाती है। लेकिन कभी-कभी ऐसी दोस्तियां खतरनाक भी साबित हो सकती हैं। दिल्ली के एक युवक के साथ ऐसा ही कुछ हुआ जब उसकी सोशल मीडिया दोस्ती एक भयावह अनुभव में बदल गई।

सोशल मीडिया से शुरू हुई बातचीत

दिल्ली निवासी युवक की सोशल मीडिया पर एक युवती से बातों का सिलसिला शुरू हुआ, जो जल्दी ही दोस्ती और फिर प्यार में बदल गया। कुछ दिनों बाद, युवती ने उसे जयपुर मिलने के लिए बुलाया। युवक जब जयपुर पहुंचा, तो उसे यह अंदाजा भी नहीं था कि उसकी यह यात्रा उसकी जिंदगी का सबसे खतरनाक अनुभव साबित होगी।

युवती और उसकी गैंग का शातिर प्लान

युवक जैसे ही युवती से मिलने पहुंचा, युवती ने अपनी गैंग के साथ मिलकर उसे बंधक बना लिया। इसके बाद, युवती ने उसकी अश्लील तस्वीरें खींचकर उसे ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। युवक से पहले उसके सारे पैसे ऑनलाइन ट्रांसफर करवाए गए, और फिर उसके परिवार से 10 लाख रुपये की फिरौती मांगी गई।

फिरौती देकर युवक की रिहाई

परिवार ने किसी तरह 5 लाख रुपये की फिरौती चुकाकर युवक को बदमाशों के चंगुल से आजाद कराया। इसके बाद, युवक ने जयपुर के सदर थाने में मामला दर्ज करवाया। पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि युवती सहित पांच अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।

पुलिस की जांच में खुली साजिश की पोल

दिल्ली निवासी राजेंद्र ने पुलिस को पहले बताया था कि उसे एक कैब चालक ने गांधी नगर रेलवे स्टेशन से किडनैप किया था। लेकिन जब पुलिस ने कैब चालक संजय मीणा से पूछताछ की, तो असली सच्चाई सामने आई। कैब चालक ने बताया कि वह युवक को प्रताप नगर तक छोड़कर आया था, जहां पहले से ही कुछ लोग मौजूद थे।

सोशल मीडिया की दोस्ती बन सकती है खतरनाक

इस घटना से यह साफ होता है कि सोशल मीडिया पर अंजान लोगों से बातचीत करना और उन पर भरोसा करना कभी-कभी भारी पड़ सकता है। इसलिए हमेशा सतर्क रहना चाहिए और किसी से मिलने से पहले पूरी जांच-पड़ताल कर लेनी चाहिए।

इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि ऑनलाइन दुनिया में दोस्ती करते समय सावधानी बेहद जरूरी है, खासकर जब मामला अंजान लोगों से मिलकर निजी मुलाकात का हो।